करिंजमाला अभयारण्य अनेक दुर्लभ वनस्पतियों तथा विभिन्न प्रजातियों के वन्यजीवों का बसेरा है। इसमें देवकुलम तालुक के वत्तवदा और कोटकम्बूर गांवों के साथ-साथ इडुक्की जिले का भी क्षेत्र सम्मलित है। इसके अलावा, यहां लगभग 32 किमी क्षेत्र में नीलकुरूंज वृक्ष हैं, जो एक लुप्तप्राय प्रजाती है।
2006 के नीलकुरूंज उत्सव में, यह स्थान एक अभयारण्य घोषित किया गया। उस वर्ष नीलकुरूंज के खिलने नें मुन्नार और पड़ोसी स्थानों के लगभग 1,000,000 आगंतुकों आकर्षित किया। यह अभयारण्य इस क्षेत्र की अद्वितीय जैव विविधता की रक्षा करता है तथा हाथी, नीलगिरि तहर, गौर, हिरण और स्ट्रामबायलस कन्थियाना जैसे पशुओं का बास है।
चिनार वन्यजीव अभयारण्य, करिंजमाला अभयारण्य एवं इंदिरा गांधी वन्यजीव अभयारण्य के नजदीक स्थित है। इस अभयारण्य के नजदीक स्थित अन्य राष्ट्रीय पार्कों में एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान, पम्पदुम शोला राष्ट्रीय उद्यान तथा आनामुड़ी शोला राष्ट्रीय उद्यान शामिल हैं। आगामी पलानी हिल्स राष्ट्रीय उद्यान पूरब दिशा में बनाया जायेगा।