खिम मू स्नियांग जयंतिया हिल्स जिले का एक चर्चित पर्यटन स्थल है। स्थानीय भाषा में मू का अर्थ होता है- पत्थर और स्नियांग का अर्थ होता है- सूअर। यहां एक सूअर के आकार का चट्टान होने के कारण इसका नाम खिम मू स्नियांग पड़ा है। जयंतिया समुदाय के लोग इस पत्थर की पूजा करते हैं। उनका मानना है कि इस पत्थर में उनकी रक्षा करने की शक्ति है।
पर्यटक यहां बड़ी संख्या में आते हैं और उस भगवान के प्रति भी सम्मान व्यक्त करते हैं, जिनमें स्थानीय लोगों का अटूट विश्वास है। इस क्षेत्र में कई छोटे-बड़े रेस्टोरेंट भी हैं, जहां आप जयंतिया हिल्स के स्थानीय व्यंजन का लुत्फ उठा सकते हैं। यहां कई दुकानें भी हैं, जिनमें से अधिकांश लकड़ी और बांस से बनी हैं। इनमें आप इस क्षेत्र के हाथ से बने उत्पाद खरीद सकते हैं।
शिलांग से बस या टैक्सी या टूरिस्ट कैब के जरिए आप जयंतिया हिल्स आसानी से पहुंच सकते हैं।