अल्बर्ट हॉल का निर्माण महाराजा सवाई सिंह माधो द्वारा 1886 ई. में 4 लाख रूपए की लागत से सूखा राहत परियोजना के अर्न्तगत किया गया था। यह एक सुरम्य और खूबसूरत गार्डन है जो राम निवास बाग में स्थित है। इस इमारत को सर स्विंटन जैकब ने डिजायन किया था। आजकल, अल्बर्ट हॉल का इस्तेमाल एक संग्रहालय के रूप में किया जाता है जिसमें धातु मूर्तियों, चित्रों, हाथी दातों, कालीन और रंगीन क्रिस्टल का भव्य संग्रह प्रदर्शित किया गया है।
अल्बर्ट हॉल के पास में ही एक चिडि़या घर और रवींद्र रंग मंच ( थियेटर ) भी स्थित है। अल्बर्ट हॉल संग्रहालय पर्यटकों के लिए सुबह 9 से शाम 5 बजे तक खुला रहता है। प्रवेश शुल्क काफी सस्ती या यूं कहे तो नाम मात्र की है। भारतीय पर्यटकों को 20 और विदेशी पर्यटकों को 150 रूपए प्रवेश शुल्क देना पड़ता है।