जांजगीर के शिवरीनारायण कस्बे में लक्ष्मीनारायण नाम से एक मंदिर है। महानदी के किनारे पर बने इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इसका निर्माण 11वीं शताब्दी में हैहय वंश के शासकों ने करवाया था। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान राम के भक्त शबरी का आश्रम भी मंदिर के पास...
छत्तीसगढ़ का महत्वपूर्ण तीर्थस्थल अड़भार अष्टभुजी एक अति प्रचीन धार्मिक स्थान है। यह तीर्थस्थल आठ हाथों वाली एक देवी को समर्पित है। मंदिर का ज्योति कलश नवरात्रि के दौरान जला रहता है, जिससे इसकी सुंदरता और भी बढ़ जाती है।
अड़भार मंदिर की वास्तुशिल्पीय...
जांजगीर आने वाले पर्यटकों के लिए देवार घाटा एक अच्छा पिकनिक स्पॉट साबित हो सकता है। यहां पर महानदी, लीलागर और शिवनाथ नदी आपस में मिलती है। इससे इस जगह की...
पीथमपुर मंदिर को कलेश्वरनाथ मंदिर के नाम से जाना जाता है और यह हसदेव नदी के किनारे पर स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यहां हर साल होने वाले भगवान शिव का विवाह समारोह खास आकर्षण है। आप इस दौरान नागा साधुओं को भी समारोह में हिस्सा लेते देख सकते हैं। इसके...
दमऊधारा जांजगीर का एक और खूबसूरत पिकनिक स्पॉट है। इसके बारे में खास बात यह है कि यहां वाटरफॉल, गुफा और मंदिर के अलावा और भी बहुत कुछ देखे जा सकते हैं। यहां के मंदिरों में राम-जानकी मंदिर, राधा-कृष्ण मंदिर और ऋषभदेव मंदिर प्रमुख है।
इस मंदिर की स्थापना हैहय वंश ने राजाओं ने करवाया था। यह जांजगीर के पुरानी बस्ती के पास भीमा तालाब के निकट स्थित है। ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 12 शताब्दी में किया गया था। पहले इसे दो भागों में बनाया गया था, लेकिन दोनों भागों का निर्माण एक ही समय में...