श्रीकालाहस्ती का प्रसन्ना वरदराजा स्वामी मंदिर दक्षिण भारत के प्रमुख एवं प्रसिद्ध मंदिरों में से एक के रुप में माना जाता है। यह मंदिर श्रीकालाहस्ती मंदिर के बहुत निकटता स्थित है। वास्तव में, प्रसन्ना वरदराजा स्वामी मंदिर को श्रीकालाहस्ती मंदिर का एक उप-वर्ग माना जाता है। हर साल हजारों पर्यटक इस मंदिर में भगवान का आशीर्वाद लेने आते हैं।
हाल ही में इस मंदिर में चल रहे नवीनीकरण के काम के कारण यह मंदिर सुर्खियों में था। स्पष्ट रुप से, मंदिर के नवीनीकरण का काम देख रहे अधिकारियों को मंदिर के भीतर एक कमरे की ओर एक विशाल लकड़ी का दरवाजा मिला। जब उन्होंने जोर से इस दरवाजे को खोला तो उस गंदे कमरे की फर्श पर उन्होंने कई अमूल्य प्राचीन वस्तुओं को पड़े देखा।
मंदिर के अंदर खोजे गए खजाने की खबर जंगल में लगी आग की तरह फैल गई। भारी संख्या में भक्त और उत्सुक लोग इन प्राचीन वस्तुओं की झलक पाने के लिए मंदिर पहुंचे। हालांकि कहा जाता है कि इन लोगों को प्रवेश करने से रोक लिया गया था।