पुलीयारमाला जैन मंदिर, अपनी उत्कृष्ट वास्तुकला और खुदाई किए हुए खम्भों के कारण प्रसिद्ध है। यह मंदिर जैन धर्म के महान और प्रमुख संत अनंतनाथ स्वामी को समर्पित है। पुलीयारमाला जैन मंदिर, कालपेट्टा से 6 किमी. की दूरी पर स्थित है और जैन धर्म के लोगों के लिए एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है।
यह मंदिर कला प्रेमियों के लिए खुशी का खजाना है। इस मंदिर का मुख्य द्वार कुशलता से उत्कीर्ण किया गया है और तीन पैनलों से खड़ा है। यहां एक ग्रेनाइट खंभा भी है जो बाहरी प्रवेश द्वार पर लगा है। इस मंदिर में स्तुप भी हैं। यह स्तुप पारंपरिक द्रविड़ शैली में बने हुए हैं।
यह काफी रंगबिरंगे और विस्तृत नक्काशीदार हैं जो पिरामिड आकार में बने हुए हैं। इस स्तुप के सबसे ऊपर महावीर जैन का मॉडल भी रखा हुआ है। मंदिर के मुख्य श्राइन में 20 विभिन्न प्रकार की जैन मूर्तियां रखी हुई हैं जो बेहद सादगी और स्पष्टता से तराशी गई हैं।
पुलीयारमाला जैन मंदिर, कालपेट्टा में स्थित असामान्य जैन वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण हैं।