काँची कामकोटि मठ को आदि शंकरा द्वारा स्थापित किया गया था और यह तमिलनाडु के कांचीपुरम शहर में स्थित है। काँची कामकोटि मठ को मठ संस्थाओं की तर्ज पर हिन्दुओं के लिये स्थापित किया गया था। मठ के पाँच पंच-भूतस्थल हैं और काँचीपुरम उन पाँच में से एक है।
यह कोई नहीं जानता कि य़ह मठ कब निर्मित किया गया था लेकिन पुरातत्वीय साक्ष्यों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि यह संस्थान पिछले 2500 वर्षों से अस्तित्व में है। मठ की दीवारों पर स्थित शिलालेखीय साक्ष्यों के आदार पर इस बात की पुष्टि की जा चुकी है। कई इतिहासज्ञ इस मत के हैं कि काँचीपुरम का यह मठ तीन शताब्दियाँ पुराना है लेकिन इस बात के कोई ठोस सबूत नहीं हैं।
पूर्व में यह मठ कुम्भकोणम में था लेकिन 18वीं शताब्दी में हैदरअली की सेनाओं के वहाँ प्रवेश करने पर इसे काँचीपुरम स्थानान्तरित किया गया। आज, पूरे दक्षिण भारत में मठ को बहुत पवित्र माना जाता है और आदि शंकरा के हजारों भक्त हर साल इस संस्थान में शान्ति और सुकून की तलाश में आते हैं।