सुंदरेश्वरा मंदिर, कन्नूर के सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक है और शहर से लगभग दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। श्री नारायण गुरू, जो आधुनिक केरल के सबसे प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरू और समाज सुधारक थे, उन्होने इस मंदिर को सन् 1916 में स्थापित किया था। इतिहास के अनुसार, श्री नारायण गुरू ने इस क्षेत्र में चार मंदिरों की स्थापना की थी जिनमें से सुंदरेश्वरा मंदिर सबसे प्रसिद्ध है।
सुंदरेश्वरा के रूप में भगवान शिव की प्रतिमा इस मंदिर में स्थापित है जो यहां के इष्ट देव हैं। सुंदरेश्वरा को सौंदर्य का देवता या सुंदरता का भगवान भी कहा जाता है। सुंदरेश्वरा मंदिर, दक्षिण भारत के कई मंदिरों से विपरीत है जो सभी जातियों और वर्गो के लिख खुला रहता है।
प्रत्येक साल, मंदिर का प्रमुख त्यौहार अप्रैल - मई के महीने में मनाया जाता है। इस उत्सव के दौरान 8 दिनों तक लोग जश्न मनाते हैं, कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं, आतिशबाजी छुड़ाते हैं और जुलूस निकालते हैं। यात्री, साल के किसी भी समय यहां पर दर्शन के लिए आ सकते हैं लेकिन अगर उन्हे इस उत्सव का आनंद उठाना है तो गर्मियों के मौसम में यहां की यात्रा पर आएं।