श्री राधाकृष्ण मंदिर का निर्माण पचास वर्ष पूर्व सिंघानिया परिवार के जे.के. ट्रस्ट ने करवाया था और इसे जेके मंदिर भी कहा जाता है। यह मंदिर प्राचीन और नवीन वास्तुकला के अद्वितीय मिश्रण को प्रस्तुत करता है। मंडपों की छत ऊंची है जिससे हवा और प्रकाश आसानी आ सके।
...कमला रिट्रीट कानपुर का एक लोकप्रिय पर्यटन रिसॉर्ट है जिसका निर्माण भारत के प्रमुख उद्योगपति श्री पदम पत सिंघानिया ने 1960 में किया था। यह रिट्रीट कमला नेहरु रोड पर स्थित है। यह पार्क वास्तव में एक निजी संपत्ति है जिसका स्वामित्व सिंघानिया अप्रिवार के पास है। इसमें...
कानपुर मेमोरियल चर्च का निर्माण अंग्रेज़ सरकार ने 1875 में कानपुर की घेराबंदी के दौरान मारे गए अंग्रेजों की याद के स्वरुप किया था, उस समय इस शहर को कावनपुर कहा जाता था। यह चर्च पहले ऑल सोल्स कैथेड्रल के नाम से जाना जाता था, अलबर्ट लेन पर कानपुर क्लब के पास...
भीतरगाँव मंदिर के नाम से ही इसकी स्थिति का पता चलता है। किवदंती के अनुसार यह पुष्पपुर या फूलपुर नामक प्राचीन गाँव के आंतरिक भाग में स्थित है। भीतरगाँव में एक प्राचीन मंदिर है जिसका निर्माण 6 वीं शताब्दी में भारत के स्वर्णिम गुप्तकाल के दौरान हुआ था। अत: इस मंदिर...
नाना राव पार्क को कंपनी बाग़ भी कहा जाता है। ब्रिटिश शासन काल में इसे मेमोरियल वेल कहा जाता था क्योंकि 1857 के स्वतंत्रता युद्ध के समय नाना साहिब के नेतृत्व में भारतीय स्वतंत्रता सैनानियों ने लगभग 200 ब्रिटिश महिलाओं और बच्चों को इस कुएं में डाल दिया था। वह इमारत...
एलन फॉरेस्ट ज़ू जिसे कानपुर ज़ू के नाम से भी जाना जाता है, प्राकृतिक जंगल के एक बहुत बड़े भाग में फैला हुआ है। यह एनी चिड़ियाघरों से इसलिए अलग है क्योंकि आप जानवरों को यहाँ पिंजरे के स्थान पर उनके प्राकृतिक वातावरण में देख सकते हैं। इसका नाम सर एलन के नाम पर रखा गया...
मोती झील का शाब्दिक अर्थ है मोती की झील। भारत में ब्रिटिश शासन के समय इस झील का निर्माण पीने के पानी के स्त्रोत के रूप में किया गया था। बाद में इसके पास बच्चों का पार्क और कलात्मक रूप से बनाया गया उद्यान होने के कारण यह शहर का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बन गया।
...शब्द द्वारकाधीश से तात्पर्य भगवान् कृष्ण से है जिन्हें द्वारका का शासक या स्वामी कहा जाता है। अत: द्वारकाधीश मंदिर उन्हें समर्पित है। यह कानपुर में कमला टावर के पास स्थित है। हिंदु कैलेण्डर के अनुसार श्रावण का त्यौहार जुलाई और अगस्त में आता है। उत्तर भारत के हिंदु...
उन्नीसवीं शताब्दी में जजेस्मोव के नाम से जाना जाने वाला यह शहर कानपुर के उपनगरीय क्षेत्र में गंगा नदी के किनारे स्थित है। वर्तमान में यह एक औद्योगिक केंद्र है और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अनुसार यह इस क्षेत्र की सबसे पुरानी मानव बस्ती है। खुदाई के दौरान मिले...
कानपुर संग्रहालय या कानपुर म्यूज़ियम शहर का सरकारी संग्रहालय है। यहाँ बड़ी संख्या में कलाकृतियाँ, स्मृति चिन्ह और प्रदर्शन रखे गए हैं जो शहर के उन लोगों का इतिहास बताते हैं जिन्होनें भारत की स्वतंत्रता के लिए अंगेजों से संघर्ष किया। यहाँ का प्रमुख आकर्षण ऐतिहासिक...
ग्रीन पार्क जिसे ग्रीन स्टेडियम भी कहा जाता है कानपुर के सिविल लाइंस क्षेत्र में गंगा नदी के किनारे स्थित है। इस पार्क का नाम इंग्लिश महिला मैडम ग्रीन के नाम पर पड़ा जो स्वतंत्रता के पहले इस स्थान का उपयोग घुड़सवारी के लिए करती थी। यह पार्क यू. पी. की क्रिकेट टीम के...
फूल बाग़ जिसे गणेश विद्यार्थी उद्यान भी कहा जाता है, कानपुर रेलवे स्टेशन, एलआईसी बिल्डिंग और नाना राव पार्क के पास शहर के मध्य में स्थित है। ब्रिटिश शासन काल में यह पार्क क्वीन विक्टोरिया गार्डन के नाम से जाना जाता था। इस उद्यान में कई ऐतिहासिक लोकसभाएं हुए हैं...
जैन कांच मंदिर का निर्माण जैन समुदाय द्वारा उनके धर्म के 24 तीर्थंकरों की स्मृति में करवाया गया। इस मंदिर में भगवान् महावीर और तीर्थंकरों की मूर्तियाँ हैं। ये मूर्तियाँ एक विशाल छतरी के नीचे संगमरमर के मंच पर खड़ी हैं। यह मंदिर कमला टावर के पास माहेश्वरी महल...