शब्द द्वारकाधीश से तात्पर्य भगवान् कृष्ण से है जिन्हें द्वारका का शासक या स्वामी कहा जाता है। अत: द्वारकाधीश मंदिर उन्हें समर्पित है। यह कानपुर में कमला टावर के पास स्थित है। हिंदु कैलेण्डर के अनुसार श्रावण का त्यौहार जुलाई और अगस्त में आता है। उत्तर भारत के हिंदु इस समय को वर्ष का सबसे शुभ समय मानते हैं।
भगवान् कृष्ण और उनकी सहचरी राधा के साथ यह त्योहार मनाने से अधिक अच्छा विकल्प नहीं हो सकता। वे दोनों भगवानों को रंगीन कपडे पहनाते हैं और उन्हें झूले में रखकर झूले से बंधी हुई पतली रस्सी से उन्हें झुलाते हैं। अनुष्ठान करते हुए वे खुशी के गीत गाते हैं।
कानपुर का द्वारकाधीश मंदिर अपने झूले के लिए प्रसिद्ध है जहाँ भक्त अत्यंत उत्साह के साथ देव युगल को झूला झुलाते हैं।