श्री कैलासनाथर मंदिर, संभवत: सबसे पुराने और अस्तित्व में रहने वाले मंदिरों में से एक है। माना जाता है कि यह मंदिर लगभग 2000 साल पुराना है लेकिन यह भी कहा जाता है कि इस मंदिर को पल्लव शासन के दौरान पुर्ननिर्मित करवाया गया था। यह मंदिर कराईकल में अम्मीयार मंदिर के सामने ही स्थित है। फ्रेंच शासन के दौरान इस मंदिर को कई भागों में पुनर्निर्मित करवाया गया था। यह मंदिर भगवान कैलासनाथर और देवी सौंदर्यम्बल को समर्पित मंदिर है। इस मंदिर का सबसे आकर्षक हिस्सा इसके चार बड़े दरवाजे हैं। सुब्रमण्यनियार मंदिर का प्रवेश द्वार, पश्चिम दिशा के दरवाजे की ओर स्थित है।