चेट्टीनाड महल, भारत के सात आश्चर्यो में से एक गिना जाता है। यह कला, वास्तुकला और पंरपरा का समामेलन है। इस महल को डा. अन्नामाली चेट्टीयार के द्वारा डिजाइन किया गया था और इसे 1912 में बनवाया गया था। इस महल का भारत के इतिहास में विशेष महत्व है। यह महल पुराने जमाने की तकनीकी के बारे में बताता है।
यह महल इस इलाके के लोगों की समृद्धता का प्रतीक है। इस महल के निर्माण में एशियाई देशों और यूरोप देशों ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, इन देशों ने महल के निर्माण के लिए, कच्चा माल, सजावटी सामान, फर्नीचर और अन्य सामग्री को भेजा था। इन देशों से शीशे, मार्बल, कारपेट आदि भी मंगवाया गया था। जो भी हो, लेकिन इस महल की सुंदरता और राजसी माहौल आज भर देखा जा सकता है।