अगर पर्यटकों के पास कारवार की सैर के बाद समय बचता है तो वह ओएस्टर रॉक लाइट हाउस का भ्रमण अवश्य करें। यह हाउस, घने जंगलों के बीच में स्थित है। इस लाइट हाउस को देवाड़ गुड्डा द्वीप ( ओएस्टर चट्टान ) के ऊपर, अंग्रेजों के शासनकाल में 1860 में बनाया गया था।
पर्यटक, लाइट हाउस में सैर के दौरान काफी रोमांवित महसूस करते है। यहां के लिए कारवार बंदरगाह से मशीन नौकाएं भी मिल जाती है। 25 मार्च, 1864 को इस लाइटहाउस को ऑपरेशनल कर दिया गया था, जहां ऑप्टीकल उपकरणों के साथ, चार बिक बर्नर को यहां लगाया गया था। इस लाइटहाउस के शीर्ष पर एक डोम को लगाया गया था जहां से पर्यटकों को प्रवेश द्वार तक का नजारा साफ - साफ दिखाई देता है।
इस हाउस की छतों को सफेद की बजाय, लाल या औरेंज रंग से रंगा गया है जो सूर्योदय और सूर्यास्त का उल्लेख करता है। इस स्थान की सैर से पहले यहां के उच्च अधिकारियों से अनुमति की जरूरत पड़ती है जो पास में ही प्रोजेक्ट आईएनएस कदम्बा पर मौजूद रहते है।