मलिक दीनार मस्जिद एक ऐतिहासिक स्मारक है जो कासरगोड में इस्लाम की स्थापना की निशानी है। इसकी स्थापना मलिक इबिन दीनार द्वारा की गयी थी जिन्होंने भारत में सबसे पहले इस्लाम धर्म का प्रचार किया। यह न केवल भारतीय मुसलमानों के लिए, बल्कि दुनिया भर के मुसलमानों विशेष रूप से पश्चिमी तट वासियों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है।
हर साल, मलिक इब्न दिनार के आगमन को मनाने के लिए इस माजिद में एक भव्य त्यौहार आयोजित किया जाता है। इस त्योहार में पूरे भारत से श्रद्धालु भाग लेते है। मस्जिद की वास्तुकला पारंपरिक केरल शैली की है और अत्यंत सुंदर एवं आकर्षक है।
यह मस्जिद एक समृद्ध संस्कृति को दर्शाता है। इसी कारण यह केवल मुसलमानों के लिए ही नहीं बल्कि हर एक पर्यटक की रूचि का कारण है।