सनसेट प्वाइंट एक खूबसूरत जगह है जहां पर्यटक आश्चर्यजनक सूर्यास्त का आनंद उठा सकते हैं। गोधूलि बेला के दौरान सूरज की लुप्त होती किरणें अद्भुत दिखती हैं और आसपास की सुंदरता बढ़ा देती हैं। यह स्थान अपर मॉल में स्थित है जो कसौली क्लब से लगभग 100 मीटर की दूरी पर...
दगशाई भारत की पुरानी ब्रिटिश छावनियों में से एक है जो शिवालिक पहाड़ी के आधार में समुद्र सतह से 6000 फीट की ऊँचाई पर स्थित है। दगशाई में 1876 में बने सुंदर स्कूल हैं। इस स्थान पर पहाड़ी के ऊपर फुटबाल का मैदान है जहाँ डूरंड फुटबाल टूर्नामेंट के प्रारंभिक मैच खेले जाते...
सेंट्रल रिसर्च इंस्टीट्यूट या सीआराई की स्थापना 1905 में कसौली में ब्रिटिश काल में हुई। इस स्थान पर साल भर पर्यटकों की बहुत भीड़ होती है जो इसके परिसर के सुंदर मैदान को देखने आते हैं। सीआरआई अनुसंधान और विकास की कुछ गतिविधियों में लगा हुआ है और इसने विभिन्न...
सनराईज़ प्वाइंट जिसे पहले हवा घर के रूप में जाना जाता था कसौली की एक खूबसूरत जगह है। इसे हवा घर इसलिए कहा जाता था क्योंकि यहाँ पूरे साल भर हवा का अनुभव किया जा सकता था।
यहाँ की यात्रा करने वाले यात्री सूर्योदय के दृश्य का आनंद उठा सकते हैं। यहाँ सूर्योदय...
बाबा बालक नाथ मंदिर एक गुफ़ा मंदिर है जो कसौली से 3 किलोमीटर दूर ग्रनेर पहाड़ी के ऊपर स्थित है। यह कसौली शहर के प्रमुख धार्मिक स्थानों में से एक है। यह मंदिर बाबा बालक नाथ को समर्पित है जो हिंदू देवता शिव के बहुत बड़े भक्त थे।
ऐसा विश्वास है कि वे जोडियाँ...
कसौली भट्टी की स्थापना एडवर्ड डायर ने 1820 के दौरान की थी जो विश्व की सबसे ऊँची डिस्टलरी है जो समुद्र सतह से 6000 फुट की ऊँचाई पर स्थित है। शहर के बाहर स्थित इस डिस्टलरी में आसवन और किण्वन के उपकरण डायर द्वारा इंग्लैंड और स्कॉटलैंड से मंगवाए गए थे। झरनों के पानी...
कृष्ण भवन मंदिर शहर के मध्य में स्थित एक सुंदर मंदिर है और हिंदू भगवान कृष्ण को समर्पित है। 1926 में बना यह मंदिर भी चर्च के समान ही वास्तुकला की भारतीय और यूरोपीय शैली का एक परिपूर्ण संयोजन प्रदर्शित करता है। इस मंदिर का निर्माण और डिजाइन वास्तुशास्त्र के अनुसार...
क्राइस्ट चर्च शहर के लोकप्रिय धार्मिक केंद्रों में से एक है जो मॉल रोड पर स्थित है। गोथिक स्थापत्य शैली का प्रतिनिधित्व करने वाले इस प्राचीन चर्च का निर्माण 1884 में किया गया था। यह चर्च सेंट फ्रांसिस और सेंट बरनबास को समर्पित है और इस क्षेत्र का लोकप्रिय पर्यटन...
गुरुद्वारा श्री गुरू नानक जी सिखों का एक पुराना धार्मिक केंद्र है जो कसौली जाने वाले रास्ते पर घर्खाल के बाज़ार में स्थित है। प्रत्येक रविवार को गुरुद्वारे में एक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है जिसके बाद करा प्रसाद भक्तों के बीच बाँटा जाता है जो आटे से बना मीठा...
मंकी पॉइंट कसौली की सबसे ऊँची चोटी है और यह कसौली से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस स्थान से सतलुज नदी, चंडीगढ़ और बर्फ से ढँकी चूर चाँदनी चोटी जो हिमालय श्रेणी की सबसे ऊँची चोटी है का स्पष्ट दृश्य देखा जा सकता है।
चोटी पर स्थित मंदिर हिंदू भगवान...
बापिस्ट चर्च का निर्माण 1923 में अंग्रेजों द्वारा भारतीय और गोथिक स्थापत्य शैली के सुंदर संयोजन से किया गया। इस चर्च को शहर की सबसे ज़्यादा भ्रमण की गई इमारतों के बीच गिना जाता है और यह प्रकृति के बीच बसा हुआ है।
चर्च का शांतिपूर्ण वातावरण सभी ओर से...
गुरखा किला समुद्र सतह से 1437 मीटर की ऊँचाई पर सुबाथू शहर में स्थित है जो छावनी शहर के रूप में प्रसिद्द है। 19 वीं सदी में गुरखाओं द्वारा बनाये गए इस किले में 180 साल पुरानी तोपें हैं जिसका उपयोग युद्ध में किया गया था। गुरखाओं के युद्ध में हारने के बाद यह...