कोट भ्रामरी मंदिर को भ्रामरी देवी मंदिर और कोट की माई नाम से भी जाना जाता है। यह कौसानी से 5 किमी दूर एक पहाड़ी पर स्थित है। एक प्रसिद्ध दंत कथा के अनुसार ऐसी मान्यता है कि महान भारतीय गुरु आदि गुरु शंकराचार्य गढ़वाल जाने के क्रम में इस जगह पर रुके थे। हर वर्ष अगस्त में यहां विशाल स्तर पर एक मेले का आयोजन किया जाता है, जिसे नंदा अष्ठमी या नंदा राज जाट नाम से जाना जाता है।