शीतला माता मंदिर, गंगा नदी के तट पर इलाहबाद के पश्चिम में 69 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह मंदिर, हिंदू धर्म में महिला शक्ति के सर्वोच्च अवतार देवी सती पार्वती को समर्पित है। यह एक लौकिक महत्व रखने वाला शक्तिपीठ है। भारत में कुल 51 शक्तिपीठ थे जिनमें से यह एक है।
ऐसा माना जाता है कि यह मंदिर हजार साल पुराना है। इस मंदिर के गर्भगृह में स्थापित मूर्ति में माता शीतलादेवी एक गधे पर बैठी है। काड़ा वह स्थल है जहां मंदिर एक प्राचीन शहर में स्थित है। यहां मध्यकालीन युग से कई सत्तारूढ़ हिंदू राजवंशों का शासन था। कन्नौज के अंतिम शासक राजा जय चंद के किले के अवशेष भी यहां आकर पर्यटक देख सकते है। इस जगह सैलानी काफी संख्या में आते है।
देवी शीतला में विश्वास रखने वाले भक्त कृष्णपक्ष के आंठवें दिन यहां आकर पूजा करते है ताकि बुरे प्रभाव से उन्हे छुटकारा मिल सके। यह मंदिर केवल हिंदू धर्म के भक्तों को ही नहीं बल्कि अन्य धर्मो में विश्वास रखने वालों को भी काफी भाता है।