यह बड़ा टैंक (जिसे असमिया भाषा में पुखरी कहते हैं) धौलपुर के पास कचुवा गांव में स्थित है। बताया जाता है कि इसका नाम धार्मिक ब्राह्मण गुरु अकादोशी के नाम से पड़ा, जो टैंक के पास रहते थे। यह मान्यता है कि गुरु को दिव्य शक्ति प्राप्त थी, जिस वजह से वो इस गांव और अन्य पड़ोसी गांवों में वो लोकप्रिय हो गये। आज भी स्थानीय लोगों अपनी इच्छा से टैंक के पास प्रार्थना करते हैं, यह सोचकर कि उनकी सारी मनोकामनाएं पूरी होंगी।
इसलिए टैंक कचुआ गांव और अन्य आसपास के गांवों के लोगों के लिए एक पवित्र स्थान है। इसी कारण अकाडोहिया पुखुरी लोगों के लिये बहुत लोकप्रिय जगह मानी जाती है। कुछ अपने दिल में प्रार्थना लेकर आते हैं, कुछ टैंक को देखने और कुछ आसपास रहने वाले लोगों की संस्कृति के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिये। गांव का दृश्य आपको असम के गांव के लोगों के जीवन में एक सही तस्वीर प्रस्तुत करता है।