केदारनाथ पर्वतश्रृंखलाओं में स्थित केदारनाथ मन्दिर एक प्रमुख तीर्थस्थल है जहाँ पर हिन्दू भगवान शिव का ज्योतिर्लिंग स्थापित है। केदारनाथ का ज्योतिर्लिंग 3584 मी की ऊँचाई पर स्थित है और बारहों ज्योतिर्लिंगों में सबसे महत्वपूर्ण है।
आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित इस 8वीं शताब्दी के मन्दिर के पास से ही मंदाकिनी नदी बहती है। यह मन्दिर एक पुराने मन्दिर के बगल में स्थित है जिसे पाँण्डवों ने बनाया था। प्रार्थना हॉल की आन्तरिक दीवारों पर विभिन्न हिन्दू देवी देवताओं के चित्र देखे जा सकते हैं।
पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव की सवारी नन्दी बैल की प्रतिमा मन्दिर के बाहर एक रक्षक के रूप में स्थित है। 1000 साल से भी ज्यादा पुराने इस मन्दिर को एक चतुर्भुजाकार मंच पर भारी पत्थरों को काट कर समान पटियाओं को मिलाकर बनाया गया है।
मन्दिर के अन्दर गर्भगृह है जहाँ भगवान की पूजा की जाती है। मन्दिर परिसर के अन्दर ही एक मम्डप स्थित है जहाँ पर विभिन्न धार्मिक समारोहों का आयोजन होता है। लोककथाओं के अनुसार कुरूक्षेत्र के युद्ध के उपरान्त पाँण्डव अपने पापों के प्रायश्चित के लिये इस मन्दिर में आये थे।