सूर्यदेव को समर्पित चित्रगुप्त मंदिर एक बहुत पुराना तीर्थस्थल है। यह मंदिर 11वीं सदी में बनाया गया था। सात घोड़ों वाले रथ पर खड़े हुए सूर्यदेव की शानदार मूर्ति इस मंदिर का मुख्य आकर्षण है। इस मंदिर की दीवारों पर बारीक नक्काशी की गई है।
इस मंदिर के अन्य आकर्षण हैं- पत्थर की नक्काशियों में सुरसुंदरियों की पूरी आकृतियाँ, ग्यारह सिर वाला भगवान विष्णु का स्वरूप तथा कामुक प्रेम दर्शाते प्रेमी जोड़े। इस मंदिर में एक विशाल तिमंजिली सीढ़ीनुमा टंकी है जो मंदिर में आने वालों को आकर्षित करती है।
इस सुंदर मंदिर की बाहरी दीवारों पर भी देवी-देवताओं, स्त्रियों और बहुत सारी अन्य पत्थर की नक्काशियाँ बनी हैं। इस मंदिर के प्रवेशद्वार सूर्यदेव की छोटी मूर्तियों से सजे हुए हैं। यहाँ आने वाले यात्री अकसर मंदिर की खूबसूरती देखकर मंत्रमुग्ध हो जाते हैं।