वामन मंदिर खजुराहो मंदिरों के पूर्वी समूह में आता है। यह 1050-1075 ई. के दौरान बनाया गया था। यह मंदिर वामन अथवा हिंदू देवता भगवान विष्णु के बौने अवतार के सम्मान में बनाया गया था। चारों ओर कोई प्रदक्षिणा न होने के कसारण यह अन्य मंदिरों से अलग है। इस मंदिर की संरचना आदिनाथ मंदिर से बहुत अधिक मिलती है।
वामन मंदिर में सजावट के लिए एक शिकारा और एक महामंडप भी है। इस मंदिर की वास्तुकला खजुराहो के अन्य मंदिरों के जैसी ही है। मंदिर के गर्भगृह में वामन की मूर्तियाँ हैं।
इसकी बाहरी दीवारों पर अनेक आकृतियाँ जैसे देवी, देवता, देवों के सहचर, महिलाएं, पौराणिक जीव आदि की नक्काशी की गई है। मंदिर के पीछे हरियाली होने के कारण यहाँ का नज़ारा आकर्षक हो जाता है।