रूपनगढ़ किले को 1648 में महाराजा रूप सिंह द्वारा बनवाया गया था । आज ये किला एक हेरिटेज होटल में तबदील हो चुका है ।कहा जाता है की ये होटल उनके लिए है जिन्हें इतिहास की अच्छी समझ है।
ये किला राजस्थानी वास्तुकला को दर्शाता है साथ ही ये किला महत्त्वपूर्ण राजपूताना आंदोलनों के लिए रणनीतिक स्थान के रूप में भी जाना जाता था । इस किले को बनाने में राजस्थान के पत्थरों और संगमरमर का इस्तेमाल किया गया था जो इस किले की सुन्दरता में चार चाँद लगते हैं और आने वाले पर्यटकों का मन मोह लेते हैं।
आने वाले पर्यटकों के लिए इस हेरिटेज होटल में सभी मूलभूत सुविधाएँ मौजूद हैं जिनमें गीत संगीत , इन्टरनेट और पुस्तकालय शामिल है। यहाँ प्रकृति से रु ब रु होने के लिए आने वाले पर्यटकों के लिए मॉर्निंग वॉल्क की भी व्यवस्था की गयी है।