परदेसी आराधनालय या यहूदी आराधनालय राष्ट्रमंडल राष्ट्रों का सबसे पुराना आराधनालय है। यह सबसे पुराना सक्रिय आराधनालय भी है। 1568 में मलाबार के यहूदियों द्वारा बनाये गए इस स्थान ने कई संकटों को झेला है। यह आराधनालय ज्यू शहर में स्थित है जो फोर्ट कोच्चि का एक भाग है।
परदेसी आराधनालय में प्रसिद्द कानूनों की एक सूची है। यहाँ उपहार मे आए हुए स्वर्ण मुकुट, पीतल के सिंहासन और बेल्जियन कांच के झूमर(दीपवृक्ष) भी हैं। आगंतुक यहाँ तांबे की विशेषाधिकार वाली प्लेट देख सकते हैं जो जोसेफ़ रब्बान द्वारा प्राप्त की गई थी।
इन प्लेटों पर तमिल भाषा में लेखन किया गया है। आराधनालय प्राचीन वास्तुकला का सर्वोच्च उदाहरण है। इस स्थान का फर्श चीनी मिट्टी के टाइल्स से बना है जिन पर हाथों से पेंटिंग की गई है। इसमें से प्रत्येक टाईल अपनी कारीगरी और कला के कारण अद्वितीय है। आप फर्श पर एक गलीचा फैला हुआ देख सकते हैं; यह गलीचा इथोपिया के अंतिम शासक द्वारा दिया गया उपहार था।