जब तुम घर जाना तो उन्हे हमारे बारे में बताना और कहना कि ' तुम्हारे आने वाले कल के लिए हमने अपना आज कुर्बान कर दिया ' यह पक्तियां कोहिमा के कोहिमा युद्ध स्मारक पर पत्थरों पर खुदी हुई हैं जो इस स्मारक में प्रवेश करते ही पर्यटकों को दिख जाएगी। इस पंक्तियां कोहिमा के शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि देकर लिखी गई हैं।
कोहिमा के सभी आकर्षणों में से कोहिमा युद्ध स्मारक सबसे खास है जहां 1421 स्लैब, कोहिमा युद्ध के दौरान शहीद हुए सैनिकों की याद में खड़े हुए हैं। यह स्थल द्वीतीय विश्व युद्ध के दौरान एशियन थियेटर में सबसे कट्टर था। यहां बनी सभी कब्रों में एक कांस्य प्लेट लगी हुई है जिस पर समाधिलेख लिखा हुआ है।
कोहिमा युद्ध स्मारक की देखरेख राष्ट्रमंडल युद्ध स्मारक आयोग के द्वारा की जाती है और इस स्मारक को एक भूमि के टुकड़े पर बनाया गया था जिसे पूर्व में गैरीसन हिल के नाम से जाना जाता था। पूरी दुनिया से हजारों पर्यटक खासकर ब्रिटेन और कनाड़ा से आने वाले लोग इस स्थल को तीर्थस्थल के रूप में सम्मान देते हैं और दर्शन करने आते हैं। वह लोग उन हजारों नायकों को श्रद्धांजलि देते हैं जिन्होने इस युद्ध में अपना जीवन बलिदान कर दिया।