अमृतापुरी, एक धार्मिक बस्ती है और एक धार्मिक केंद्र है जो कोल्लम से 30 किमी. दूर वल्लीकावू में स्थित है। वल्लीकावू एक सुरम्य आबादी वाला क्षेत्र है जहां मछुआरों का समुदाय निवास करता है और यह जगह माता अमृतानंदमयी के जन्मस्थान के रूप में भी प्रसिद्ध है। यह स्थल दुनिया भर का आकर्षण इक्ट्ठा करता है क्यूंकि यहां माता अमृतानंदमयी आश्रम का मुख्यालय है।
माता अमृतानंदमयी एक महिला गुरू थी, जिन्हे दुनिया भर के लाखों अनुयायी फॉलो करते थे। कोल्लम से अमृतापुरी के लिए हाउसबोट टूर चलते हैं जिन पर बैठकर बैकवॉटर की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद उठा सकते हैं। यह जगह सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, यहां आने के लिए कोच्चि और तिरूअंनतपुरम से बसें मिल जाती है।
माता अमृतानंदमयी के नाम पर बना अमृतपुरी, कई एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। इस शहर में आश्रम, कई शिक्षा संस्थान और रिर्सच सेंटर ( जिन्हे सामूहिक रूप से अमृतापुरी कैम्पस के नाम से जाना जाता है। ) एक धर्मार्थ अस्पताल, एक पोस्ट ऑफिस, कैंटीन, किताबों की दुकान और कई अन्य सुविधाएं भी मौजूद हैं। यहां आने वाले पर्यटकों के लिए आवास की व्यवस्था भी प्रदान की जाती है और यहां का शांत माहौल पर्यटकों का अमृतापुरी के लिए चार्म और बढ़ा देता है।