सास्थामकोट्टा झील, एक सुंदर ताजे पानी की झील है जो अपनी आधुनिक सुविधाओं और प्राकृतिक सुंदरता के कारण यात्रियों को आकर्षित करती है। झील के नाम पर ही स्थित नाम वाला मंदिर झील के किनारे पर बना हुआ है जो इष्टदेव भगवान शास्था को समर्पित है। कोल्लम क्षेत्र में पानी पीने की सुविधा की पूर्ति इसी झील से पूरी की जाती है और मछली पकड़ने की सुविधा भी इस झील में है।
यह झील, केरल के ताजे पानी की झीलों में से सबसे बड़ी है जिसे 2002 में आयोजित होने वाले रामसर सम्मेलन से अंर्तराष्ट्रीय महत्व के रूप में वर्गीकृत किया है। यह झील,कोल्लम शहर से लगभग 25 किमी. की दूरी पर स्थित है, इस झील तक सड़क या नौका के माध्यम से पहुंचा जा सकता है।
यह झील, क्षेत्र की भूमि को ऊपजाऊ या उर्वरक बनाने में भी योगदान देती है और इस झील का बड़ा हिस्सा कृषि के लिए इस्तेमाल किया जाता है। झील के आसपास स्थित पहाडि़यां इस स्थल के नैसर्गिक सौंदर्य को जोड़ कर रखते हैं और इस स्थल को परफेक्ट हॉलीडे स्पॉट बना देते हैं।