मरणकट्टे, कुंदापुर से कोल्लूर जाने वाले मार्ग पर लगभग 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। विभिन्न मंदिरों के निवास स्थान वाले इस स्थल को पर्यटक देख सकते हैं। यहा एक प्राचीन ब्रह्मालिंगेश्वर मंदिर है जिसे उस स्थान के रुप में माना जाता है जहां देवी मूकाम्बिका ने मोकासुर को मार कर मरण होमा किया था।
इस मंदिर का मुख पूर्व दिशा कि ओर है और इसके भीतरी गर्भगृह का मुख उत्तर दिशा की ओर हैं। इस मंदिर में वट यक्शि, मलयाली यक्शि और दो द्वारपालकों की मूर्तियों को रखा गया है। इस मंदिर के मुख्य देवता ब्रह्मालिंगेश्वर, श्री हइगुली और हुली देवरु, चिक्कम्मा और परीवरम हैं।
इस मंदिर में मकर संक्रांति और रथ महोत्सव को बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस मंदिर के दर्शन पर्यटक सुबह 6 से दोपहर 1 बजे के बीच और दोपहर 3 बजे से रात 9 बजे के बीच कर सकते हैं।