कोणार्क का मायादेवी मन्दिर सूर्यमन्दिर परिसर में स्थित है। इस मन्दिर को चायादेवी मन्दिर के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यह चायादेवी को समर्पित है। मन्दिर में गर्भगृह और छज्जा या जगमोहना है जो एक चबूतरे पर स्थित है। चबूतरे का अग्रभाग में वास्तुकला की शानदार सजावट...
रामचण्डी मन्दिर ओडिशा के पुरी जिले में कोणार्क से 5 किमी की दूरी पर स्थित है। यह कोणार्क के शाही देवता रामचण्डी का मन्दिर है जिन्हें पवित्रता से पूजा जाता है। मन्दिर कुशभद्रा नदी के मनमोहक तट पर स्थित है। मन्दिर पुरी के शक्ति पीठों में एक के रूप में विख्यात है।...
काकतापुर मन्दिर ओडिशा के पुरी जिले में पुरी-अस्तरंग रोड पर एक छोटे से गाँव काकतापुर में स्थित है। यह गाँव कोणार्क से 30 किमी की दूरी पर स्थित है। काकतापुर मन्दिर को प्राची नदी के तट पर बनवाया गया था। मन्दिर को देवी मंगला की आराधना के लिये बनवाया गया था।
...चौरासी प्राची नदी के दाहिने तट पर स्थित एक छोटा सा गाँव है। यह स्थान अपने बाराही, अमरेश्वर और लक्ष्मीनारायण के मन्दिरों के लिये जाना जाता है। बाराही को वाराही भी कहा जाता है जो कि देवी माता का नाम है। इस मन्दिर को 10वीं शताब्दी के पहले चौमास में बनवाया गया था।
...कोणार्क का पुरातत्व संग्रहालय प्रसिद्ध सूर्य मन्दिर के पास स्थित है। लोग इस संग्रहालय में सूर्य मन्दिर के गौरवशाली अतीत के बारे में जानने और समझने के लिये तथा मन्दिर की मूर्तियों के टुकड़ों को देखने के लिये भारी संख्या में आते हैं। इन टुकड़ों को मन्दिर परिसर से...
अस्तरंग कोणार्क के निकट स्थित एक मछली मारने का स्थान है। यह स्थान देवी नदी के मुहाने पर स्थित है। यह कोणार्क से 19 किमी की दूरी पर स्थित है। अस्तरंग दो शब्दों से मिलकर बना है, उड़िया भाषा में अस्त का अर्थ है सूर्यास्त और रंग का अर्थ तो रंग होता ही है। सूर्यास्त के...
चन्द्रभागा समुद्रतट कोणार्क के सूर्य मन्दिर से 3 किमी की दूरी पर स्थित है। साफ पानी और ठंडी हवा की के साथ मन्त्रमुग्ध करने वाली सुन्दरता वाला समुद्रतट इस शानदार पर्यटक स्थान पर पर्यटकों का स्वागत करती है। यह सुन्दर समुद्रतट पिकनिक, तैराकी, नौकायन और टहलने के लिये...
कुरुमा कोणार्क पर्यटन का अनोखा आकर्षण है। कुरुमा एक छोटे से गाँव का नाम है जो कोणार्क के सूर्य मन्दिर से 8 किमी की दूरी पर स्थित है। 1971 से 1975 के बीच हुई खुदाई के बाद ही इस छोटे से स्थान को प्रसिद्धि मिली। इस खुदाई में ऊँची दीवारें, हेरुका या घर्म, सूर्य देव...
कोणार्क का सूर्य मन्दिर देखते ही बनता है। कोणार्क के केन्द्र में स्थित यह मन्दिर ओडिशा मन्दिर शैली की वास्तुकला के चरम को प्रदर्शित करता है। यह पत्थरों से तराशा गया सबसे अचम्भित करने वाली इमारत है। अपने विशिष्ट संरचनात्मक डिजाइन के कारण सूर्य मन्दिर दुनिया भर से...