अस्तरंग कोणार्क के निकट स्थित एक मछली मारने का स्थान है। यह स्थान देवी नदी के मुहाने पर स्थित है। यह कोणार्क से 19 किमी की दूरी पर स्थित है। अस्तरंग दो शब्दों से मिलकर बना है, उड़िया भाषा में अस्त का अर्थ है सूर्यास्त और रंग का अर्थ तो रंग होता ही है। सूर्यास्त के समय के क्षितिज पर मनमोहक रंगों के छटा के कारण अस्तरंग का यह नाम बिल्कुल सटीक है।
अस्तरंग के समुद्रतट की पृष्ठभूमि इस स्थान को सौन्दर्य को और भी मनमोहक बना देती है। यह स्थान नमक उत्पादन और मछली मारने के लिये भी प्रसिद्ध है। समुद्रतट पर स्थित मछली बाजार में मछुआरे विभिन्न किस्म की मछलियों की दुकान लगाते हैं और खरीददारों को बेचते हैं।
अस्तरंग की सुबहों का वातावरण ऐसा होता है जहाँ मछुआरे समुद्र से लौटते हैं और खरीददार उनका बेसब्री से इन्तजार करते हैं।