मुनीराबाद अपने पौराणिक महत्व के स्थानों के लिये जाना जाता है। तुंगभद्रा नदी पर निर्मित मुनीराबाद बाँध यहाँ का लोकप्रिय स्थल है, इसके साथ-साथ ऋष्यामुख पहाड़ियाँ, बाली किला और पम्पा सरोवर भी लोकप्रिय हैं। मुनीराबाद में घूमने वाली अन्य स्थानों में हुलीगेम्मा मन्दिर भी शामिल हैं। हुलीगेम्मा देवी की यहाँ पूजा की जाती है।
मन्दिर के अन्दर उपलब्ध एक अभिलेख के अनुसार 11वीं शताब्दी में इस मन्दिर को चालुक्य साम्राज्य के विक्रमादित्य-6 द्वारा चतुर्वेदी भट्टा को सौंपा गया था। जो भी इस मन्दिर में आयेगा उसकी नजर सामने स्थित विशाल स्तम्भ पर अवश्य पड़ती है। इस 25 फीट ऊँचे ध्वज स्तम्भ से पर्यटक नजरें हटा नहीं पाते हैं।
मन्दिर के प्राधिकारियों द्वारा हर साल आयोजित किये जाने वाले मेले में हजारों भक्त आते हैं। यात्री हुलीगेम्मा मन्दिर तक सड़क और रेल द्वारा पहुँच सकते हैं। आसपास के शहरों से बस सेवायें भी उपलब्ध हैं। आप हम्पी से मुनीराबाद तक र्ल द्वारा आ सकते हैं और हॉस्पेट जंक्शन सबसे नजदीक रेलवेस्टेशन है।