दरा वन्यजीव अभयारण्य को वर्ष 1955 में स्थापित किया गया था। पहले समय में इस जगह कोटा के राजा - महाराजा शिकार करने के लिए आते है क्यूंकि यहां भारी संख्या में राइनों, हिरण और बाघों का बसेरा था। वर्तमान में, अभयारण्य में कई प्रजातियों के जानवर जैसे हिरण, स्लथ भालू, भेडि़ये, तेंदुए और नील गाय आदि को रखा गया है। भेडि़एं और हिरण यहां भारी संख्या में देखने को मिलते है।