गुरूद्वारा आजमगढ़ साहिब, कोटा में सिखों के बीच एक महान धार्मिक महत्व रखता है। गुरूद्वारा में एक कटार और लकडी की एक जोड़ी चप्पल रखी हुई है। माना जाता है कि यह वस्तुएं सिखों के दसवें गुरू गुरूनानक साहिब की हैं। इसी जगह पर प्रसिद्ध कवि अयोध्या सिंह " हरिउद्ध " भी पैदा हुए थे। स्थानीय लोगों के अनुसार, प्रसिद्ध सूफी संत शेख - निजाम - उद - दीन को भी यहीं दफन किया गया था।