पश्चिमी घाटों की पर्वत श्रृखला के पास बसा पथनपुरं कोल्लम जिले का शहर है। इसके नाम का अर्थ है “दस हाथियों वाली भूमि”, क्योंकि कभी यह स्थान घने जंगलों और हाथियों से बरा हुआ था। पुनलूर से केवल 13 कि.मी दूर इस शहर तक रोड मार्ग द्वारा बडी आसानी पहँचा जा सकता है।
पथनपुरं जो आज एक व्यापारिक केंद्र के रुप में भी जाना जाता है। यहाँ डेरी, बांस बनना, ईंटे बनाना और पशुधन जैसे कई कॉटेज और छोटे उद्योग मौजूद है। यह क्षेत्र अपने बढते रबड बृक्षारोपण के लिए भी जाना जाता है।
कल्लादा नदी के किनारे बसा यह शहर प्राकृति सौन्दर्य से परिपूर्ण है। इस धार्मिक स्थान में कई मंदिर, चर्च और मस्जिदे है, और यहाँ मनाए जाते त्योहार इस शहर को एक अलग रुप प्रदान करता है। पथनपुरं का “पेरियर नेशनल पार्क” यहाँ का एक प्रमुख आकर्षक स्थल है। इनके अलावा वज्हप्पारा झरना, पुनलूर का झूलता पुल, अन्चुमला पारा यहाँ के अन्य पर्यटक स्थल है।