पुंजार पैलेस, पुंजार में कोयट्टम से पाला - इराट्टुपेट्टा मार्ग पर स्थित है। यह महल, केरल की समृद्ध विरासत का सबूत है। इस महल में शाही प्राचीन वस्तुएं, खूबसूरत मूर्तियां और पत्थरों पर बनी लैम्प आदि आज भी मौजूद हैं। आप यहां सुंदर फर्नीचर भी देख सकते हैं जिनमें द्रोनी या ट्रीटमेंट बेड़ और एक पालकी भी शामिल है।
दोनी बेड़, लकड़ी के एक ही टुकड़े से बनाया जाता है। यहां कई शानदार दीपाघान ( लाइट को सम्हालने वाले ) और अन्य उत्त्म लैंप, ज्वैल बॉक्स, अनाज को मापने वाले और पॉम की पत्तियों पर नक्काशी वाले कई सामान रखे हुए हैं जो महल की सुंदरता को बढ़ाते है।
आप यहां आकर नटराज की मूर्ति और हथियारों पर बढि़या शिल्पकौशल व नक्काशी देखगें जो यहां कई बीते दशकों से सहेज कर रखे गए हैं। इन सभी सामानों के साथ, यहां एक अनोखा शंख भी रखा है जिसका इस्तेमाल अनुष्ठानों या धार्मिक कार्यो में किया जाता है।
पुंजार महल के आसपास के क्षेत्रों में, मदुरै का मीनाक्षी मंदिर भी बना हुआ है। इस मंदिर की दीवारें मूर्तियों से सुसज्जित हैं जो पुराणों की गाथा को दर्शाती हैं। इस मंदिर की विशेषता लैंप की पंक्तियां या चुट्टुविलाक्कू हैं जो पत्थरों पर गढ़ी गई हैं।