थिरूनक्करा महादेव मंदिर, भगवान महादेव को समर्पित है जिसे 16 वीं शताब्दी के शुरूआत में राजा थेक्कूमकुर के द्वारा बनवाया गया था। यह कोयट्टम् के मुख्य शहर में स्थित है। यह मंदिर केरल शैली में बना हुआ है। इस मंदिर का कुथामबलम अपनी डिजायन के लिए प्रसिद्ध है।
कुथामबलम, इस मंदिर का उचित साउंड प्रभाव वाला थियेटर है जहां पारंपरिक कलाओं और नृत्य शैलियों का प्रर्दशन किया जाता है। इस शिव मंदिर की दीवारें भित्ति चित्रों से सजी हुई हैं जो महाकाव्यों की कहानियों का वर्णन करती हैं। मंदिर, कई भक्तों को और अन्य लोगों को अपनी सुंदरता और भव्यता के कारण आकर्षित करता है।
फाल्गुन उत्सव, मंदिर में मनाया जाने वाला प्रमुख वार्षिक त्यौहार है जो हिंदू महीने के अनुसार मीनम में, साल के मार्च और अप्रैल में सेलिब्रेट किया जाता है। यह त्यौहार 10 दिनों के लिए मनाया जाता है और अरट्टू के साथ लिपटा हुआ होता है। इस उत्सव के दौरान कई सांस्कृतिक कार्यक्रम और विभिन्न मंदिरों की कला का प्रर्दशन किया जाता है।