राजाजी स्मारक, तोरापल्ली में स्थित है यह स्मारक चक्रवर्ती राजगोपालाचारी का घर था, वह 10 दिसम्बर से 1878 से 25 दिसम्बर 1972 तक यहां रहें। पैदा होने के 11 साल बाद से वह यहां आ गए थे। राजगोपालाचारी को प्यार से राजा जी कहा जाता था, जो एक स्वतंत्रता सेनानी और नेता थे। वह न सिर्फ तमिलनाडु के मुख्यमंत्री थे, बल्कि वह कांग्रेस पार्टी के सदस्य के रूप में भारतीय संघ के गृह मंत्री भी रह चुके थे।
वह पश्चिम बंगाल के गर्वनर और मद्रास प्रेसीडेंसी के पहले भारतीय वाइसराय और भारत के अंतिम गर्वनर जनरल भी थे। राजगोपालाचारी को प्यार से सलेम का मैंगों कहा जाता है। उन्हे भारत रत्न से भी नवाजा गया। राजाजी एक बहुमुखी प्रतिभा के नेता थे, उन्होने अपने शासनकाल में कभी अन्याय नहीं होने दिया।
इस स्थान पर उनसे जुड़ी सभी यादों को सहेज कर रखा गया है। यहां उनके कई चित्र भी रखे है। इस घर में राजाजी ने अपने जीवन का काफी हिस्सा बिताया था।