सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को आज किसी भी परिचय की जरूरत नहीं..आज हिंदी सिनेमा के दिग्गज कलाकार,निर्माता-निर्देशक अमिताभ के साथ काम करने के लिए बेसब्र रहते हैं। अमिताभ बच्चन आज भी हिंदी सिनेमा में सक्रिय है..पर अपनी बेहतरीन अदाकारी से आज भी लोगो के दिलों पर राज कर रहें है।
हालांकि अमिताभ बच्चन के लिए ये मुकाम हासिल करना इतना आसान नहीं था..अपने करियर के शुरुआती दिनों में अमिताभ ने हिंदी सिनेमा में कई रिजेक्शन झेले..कई बार तो उन्हें फिल्मों में काम ही नहीं मिला जिस कारण उन्हें बदहाली भी झेलनी पड़ी।
भारत के इस मंदिर के सामने बौना है बुर्ज खलीफा
उसी दौरान उन्हें किसी ने एक ऐसे मंदिर जाने की सलाह दी,जिसने अमिताभ की जिन्दगी की काया पलट कर दी और उन्हें हिंदी सिनेमा का शहंशाह बना दिया। सूत्रों की मानें तो जब अमिताभ बच्चन बुरे दौर से गुज़र रहे थे उस समय वो दक्षिण भारत के एक मंदिर कुक्के शुभ्रमन्यम गए। वहां पर उन्होंने कई दिनों तक यज्ञ किया...वहां से आने के बाद अमिताभ ने कभी जीवन में पीछे मुड़कर नहीं देखा।
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सिर्फ अमिताभ ही क्यों हिंदी सिनेमा समेत स्पोर्ट्स जगत की हस्त्तियाँ भी इस मंदिर में अपना शीश नवाते हैं। तो आइये क्लिक कर स्लाइड्स पर डाले एक नजर
कहां स्थित है?
कुक्के सुब्रमण्या एक हिन्दू मंदिर है जोकि भारत के कर्नाटक राज्य के दक्षिणा कन्नड़ जिले, मैंगलोर के पास, के सुल्लिया तालुक के सुब्रमण्या के एक छोटे से गांव में स्थित है।PC:Sarvagnya
कार्तिकेय की होती है पूजा
यह मंदिर भगवान सुब्रमण्या (जिन्हें कार्तिकेय भी कहा जाता है), और वासुकी, नागों के राजा, का घर कहा जाता है जो भगवान शिव के दूसरे बेटे है।इस मंदिर के दर्शनों के लिए यहां भक्तों का तांता लगा रहता है सभी लोग यहां होने वाली पूजा में शामिल होने की चाह रखते हुए श्रद्धा भाव से इस पवित्र स्थान पर पहुंचते हैं।PC: Soorajna
भारत के प्राचीन मन्दिरों में से एक
यह मंदिर भारत के प्राचीन तीर्थ स्थानों में से एक है। यहां भगवान सुब्रमण्या जी को नागों के स्वामी के रूप में पूजा जाता है। यह मंदिर नदियों, पहाड़ों, जंगलों से घिरा हुवा है और, सबसे विशेष रूप से, कुमारा पर्वता पहाड़ियों से।PC: Rkrish67
पौराणिक कथा
पौराणिक कथाओं में एक और प्रमुख नागा है, की एक मूर्ति को भी देख सकते हैं। पोर्टिको के प्रवेश द्वार और गर्भगृह के बीच गरूड़ स्तंभ है जिसे चांदी से ढका गया है।PC:Ashwin Kumar
सर्प दोष की होती है पूजा
इस मंदिर में सर्प दोष को दूर करने हेतु पूजा कि जाती है जिसे सर्प सम्सकारा/सर्पा दोषा पूजा के नाम से जाना जाता है। मान्यता अनुसार यदि कोई व्यक्ति सर्प दोष से पीडि़त हो या श्रापित हो तो इस दोषों से मुक्ति के लिए यहां पर कराई गई पूजा से उसे सर्प दोष से मुक्ति प्राप्त होती है।
त्यौहार
थिपूयम की पूर्व संध्या पर, जो इस मंदिर का मुख्य त्यौहार है, कई तीर्थयात्रियों को इस मंदिर में देखा जा सकता है। इसके साथ, दो महत्वपूर्ण सर्प दोष पूजाए, अश्लेषाबाली पूजा और सर्प संस्कार भी, मंदिर में किये जाते हैं।
सचिन तेंदुलकर से लेकर अमिताभ तक है मुरीद
सुब्रमण्या स्वामी मंदिर में अमिताभ बच्चन समेत कई बॉलीवुड स्टार और स्पोर्ट्स जगत की हस्तियां कुक्के शुभ्रमन्यम मंदिर अपनी फरियाद लेकर पहुंचते हैं।
कैसे पहुंचे
हवाई यात्रा
बैंगलोर का नजदीकी हवाई अड्डा मैंगलोर का अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा है जोकि यहां से 115 किमी की दूरी पर स्थित है।
ट्रेन द्वारा
मैंगलोर-बैंगलोर रेल मार्ग पर निकटतम रेलवे स्टेशन सुब्रमण्य रोड (SBHR) है जो कुक्के सुब्रमण्य से 7 कि॰मी॰ दूर है। मैंगलोर से वहां एक दैनिक यात्री सेवा (ट्रेन नं 061/0652) है। ट्रेन सुबह 10:30 पर मैंगलोर से रवाना होती है और सुब्रमण्य रोड रेलवे स्टेशन पर रात 1:00 बजे तक पहुंच जाती है। मंदिर तक पहुंचने के लिए यात्री स्थानीय परिवहन (लगभग 20 रुपया प्रति आदमी) पकड़ सकते है जो 15 मिनट का रास्ता है। बैंगलोर से कुक्के सुब्रमण्या (ट्रेन नंबर: 6517 और 6515) तक ट्रेन सेवाएं शुरू की जा चुकी हैं।
बस द्वारा
इस महत्वपूर्ण मंदिर तक पहुंचने के लिए बंगलूर सड़क के मार्ग से कुक्के सुब्रमण्या पहुंचा जा सकता है। इन दो स्थानों से KSRTC दैनिक रूप से बस का परिचालन करती है।PC:Akshatha Inamdar
- तो यहां है असली बाहुबली की महिष्मती..जाने कैसे हो गयी यह गुमनाम!
- महल से लेकर कबाब...सब कुछ मिलेगा तेलेंगाना में
- अगर है दिलेरी...तो जरुर घूमे स्नेक पार्क में
- भारत का दिल-मध्यप्रदेश...