मेडीटेशन पार्क / ध्यान पार्क को जापानी मेडीटेशन पार्क भी कहा जाता है, क्योंकि इसे भारत में भारत और जापानी परियोजना के अंर्तगत 1992 - 1993 में छ: लाख रूपए की लागत से बनाया गया है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि इस पार्क की स्थापना लोगों को ध्यान, आराम और सुकुन देने के हिसाब से की गई है।
यहां आकर लोग ध्यान लगाते है और आराम करते है। इस पार्क में हर जगह हरी - भरी घास, आर्टिफिशियल झरने और अलग - अलग रास्तों पर प्लेटफॉर्म बने हुए है, यहां का वातावरण बेहद शांत और खुला हुआ है। पार्क में साल के कई वृक्ष अन्य हरे - भरे पौधे व फूल लगे हुए है।
यह पार्क प्रसिद्ध निर्वाण मंदिर के पास में ही स्थित है जहां भगवान बुद्ध की लेटी हुई प्रतिमा बनी हुई है, यह प्रतिमा उस दौर की है जब उन्होने निर्वाण लिया था। पार्क और मंदिर में निकटता होने के कारण, पार्क में भी माहौल बेहद आध्यात्मिक और चिंतन वाला रहता है। यह पार्क, शहर के सबसे सुंदर स्थलों में से एक है और वर्ष के सभी दौर में यहां भारी संख्या में पर्यटक यात्रा व दर्शन करने के लिए आते है।