राजस्थान के नागौर जिले में स्थित लाडनू एक पर्यटक स्थल है। यह शहर पहले चंदेरी नगरी के नाम से जाना जाता था। यह स्थान परमश्रद्धेय व्यक्तित्व आचार्य तुलसी की जन्मस्थली है,उन्होनें अनुव्रत और जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय की स्थापना की थी। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. राधाकृष्णन ने अपनी प्रसिद्ध पुस्तक "लिविंग विद पर्पज" में इस प्रसिद्ध व्यक्तित्व की गणना दुनिया के 15 महानतम व्यक्तियों में की थी।
इतिहास में लाडनू
लाडनू का इतिहास प्रसिद्द महाकाव्य 'महाभारत', के दिनों का है। इस महाकाव्य के वर्णनानुसार 12 वीं सदी में शिशुपाल राज्य नें लाडनू पर विजय प्राप्त की थी।तथा बाद में, 16 वीं सदी में लाडनू, जोधपुर में शामिल हो गया।
जैन मंदिरों की भूमि
यह आध्यात्मिक नगरी विशेष रूप से जैन धर्म स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। दिगंबर जैन बारा मंदिर इस जगह का सबसे लोकप्रिय मंदिर है। यह मंदिर 100 साल से भी ज्यादा पुराना है। यह मंदिर जैन तीर्थंकरों की संगमरमर की 166 मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है। यात्री के लिए यहां एक आर्ट गैलरी भी हैं, जिसमें जैन पांडुलिपी,प्रतिमाओं तथा प्राचीन कलाओं का एक दुर्लभ संग्रह मौजूद है। उत्कीर्ण स्तंभ एवं सुंदर डिजाइन वाले दरवाजे इस प्राचीन मंदिर की शोभा एवं आकर्षण को और अधिक बढ़ा देते हैं।लाडनू की यात्रा के दौरान पर्यटक शांतिनाथ मंदिर तथा चारभुजानाथ मंदिर की भी यात्रा सकते हैं।
जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय लाडनू का एक प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण है। इसकी स्थापना आचार्य तुलसी नें वर्ष 1970 में की थी।यह खूबसूरत परिसर आध्यात्मिकता और नैतिक मूल्यों की उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा के लिए प्रसिद्ध है। इस विश्वविद्यालय के अलावा, लाडनू में यात्री सुखदेव आश्रम, बालाजी मंदिर, पाबोला, मंगलपुर बागिची, पीठवाले बालाजी, द्रोणाचल अरहम आश्रम, वेंकटेश मंदिर, सुजानगढ़ और सिंघी मंदिर भी जा सकते हैं।
लाडनू में दर्शनीय स्थल
लाडनू की यात्रा के दौरान यात्री रामानंद गौशाला, आदिनाथ मंदिर, चन्द्रसागर स्मारक मंदिर, साध्वी पन्नाजी की समाधि और नीलकंठ महादेव मंदिर घूम सकते हैं। लाडनू से 37 किमी की दूरी पर स्थित सालासर धाम एक प्रमुख धार्मिक केंद्र है। लाडनू के अन्य महत्वपूर्ण आकर्षणों में करंत बालाजी, वीर बालाजी मंदिर, उमरशाहपीर दरगाह तथा आर्य समाज मंदिर हैं।
लाडनू पहुँचना
पर्यटक हवाई, रेल तथा सड़क मार्ग द्वारा लाडनू पहुँच सकते हैं।यहां पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी हवाई अड्डा जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। यह स्थान प्रमुख भारतीय गंतव्यों से रेलमार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। लाडनू में एक छोटा सा रेलवे स्टेशन है, तथापि, इस गंतव्य तक पहुंचने के लिए नागौर रेलवे स्टेशन भी एक विकल्प है। लाडनू के लिए जयपुर, अजमेर, सीकर, बीकानेर, कुचामन, अहमदाबाद, इंदौर, और दिल्ली से बसें उपलब्ध हैं।
लाडनू की जलवायु
लाडनू में जलवायु वर्षभर शुष्क बनी रहती है। गर्मी, मानसून और सर्दियां यहां के प्रमुख मौसम हैं। लाडनू में छुट्टियां बिताने के लिए सर्दियों का मौसम अच्छा रहता है क्योंकि इस दौरान यहां मौसम सुखद रहता है।