गौतम बुद्ध पार्क, लखनऊ के कई ऐतिहासिक स्मारकों और पार्को में से एक है जो इन सभी में से सबसे नवीनतम है। यह माना जाता है कि गौतम बुद्ध ने अपने जीवन का अधिकाश: समय उत्तरप्रदेश में बिताया था और लखनऊ का प्राचीन नाम नखलऊ हुआ करता था, जो भगवान बुद्ध के नाखून के नाम से व्युत्पन्न हुआ था।
इस पार्क को लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा 1980 में दस एकड़ के क्षेत्रफल में विकसित किया गया था। इस पार्क में भगवान बुद्ध की संगमरमर की विशाल प्रतिमा लगी हुई है। यह पार्क रूमी दरवाजा, बड़ा इमामबाड़ा और शहीद स्मारक के पास में लखनऊ के पुराने शहर में स्थित है और अपने शांत वातावरण और उत्तम सौंदर्य के लिए पर्यटकों के मध्य खासा प्रसिद्ध है।
इस पार्क में कलात्मक उद्यान, फव्वारे,लैम्प पोस्ट, बेंच, रेलिंग्स, कई तरह के पेड़ - पौधे और कई छोटी - छोटी मूर्तियां भी शामिल हैं। यह पार्क लखनऊ आने वाले पर्यटकों के अलावा स्थानीय निवासियों के लिए भी पसंदीदा स्थल है। यहां आकर बच्चे खेल सकते है और बड़े लोग मनोरंजक गतिविधियों का आंनद उठा सकते हैं।
वैसे यहां बच्चों के खेलने के लिए कई प्रकार के गेम उपलब्ध है, साथ ही साथ कई प्रकार के झूले भी यहां झूले जा सकते हैं। यहां की कृत्रिम नहर में पैडल बोटिंग भी की जा सकती है।