लखनऊ में रामकृष्ण मठ या सेवाश्रम, रामकृष्ण मठ और मिशन, बेलूर का हिस्सा है। यहां दो प्रमुख संस्थान है। पहली संस्था विवेकानंद पालीक्लीनिक नामक एक मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल है। इस अस्पताल परिसर में चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के अलावा, आसपास के गांवों में भी स्वास्थ्य कार्यक्रमों को चलाया जाता है।
इस पॉलीक्लीनिक का उद्घाटन 1970 में मठ और मिशन के तत्कालीन अध्यक्ष स्वामी विरेश्वरानंद द्वारा किया गया था। इस अस्पताल परिसर के द्वार पर 14 फुट ऊंची कांस्य की स्वामी विवेकानंद की मूर्ति लगी हुई है जिसे प्रसिद्ध मूर्तिकार देवी प्रसाद राय चौधरी ने बनाया था। यह मूर्ति, सभी को प्रेरित करती है।
इसके अलावा, दूसरा इंस्टीट्यूट पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण है जो लखनऊ के निरालानगर इलाके में रामकृष्ण मार्ग पर स्थित श्री रामकृष्ण का मंदिर है। पर्यटक जैसे ही इस मंदिर में प्रवेश करेंगे, वैसे ही मंदिर की भव्यता और वैभव से मंत्रमुग्ध हो जाएंगे। इस मंदिर के गर्भ ग्रह भाग में 9 गुंबद है और मुख्य गुंबद की ऊंचाई 90 फीट की है।
इस मंदिर में श्री रामकृष्ण, श्री श्री मां शारदा देवी और स्वामी विवेकानंद की मूर्ति लगी हुई हैं। इसके अलावा, मंदिर में कई पौराणिक चीजों की मूर्तियां भी लगी हुई हैं जैसे - कमल, त्रिशुल, ढ़ोल, शंख, हंस और वज्र। वह सभी लाल सीमेंट से रंगी हुई हैं। इस मंदिर का उद्घाटन फरवरी, 1987 को हुआ था, जो एक प्राचीन मंदिर के पास ही स्थित है।
संगमरमर और लाल बलुआ पत्थर से निर्मित यह मंदिर विशेष रूप से जैन, पल्लव, चंदेल, चालुक्य और मुगल काल की वास्तुशैली की स्पष्ट झलक दिखाता है।