तालुकदार हॉल एक दो मंजिला इमारत है जो टेराकोट्टा कलर्ड बिल्डिंग के छोटे से क्षेत्र में बनी हुई है जिसे अवध के नवाब मोहम्मद अली शाह ने 1838 में बनवाया था। एक साल बाद एक टैंक इसके विपरीत बनाया गया। इस इमारत में एक तरफ छोटी सी मस्जिद और एक तरफ छोटा सा हमाम़ यानि लोगों के नहाने के लिए सार्वजनिक स्नान स्थल बनाया गया था।
तालुकदार हॉल में पूर्व शासकों के कई फोटोग्राफ और ऑयल पेंटिग्स लगी हुई हैं। इन चित्रों और ऑयल पेंटिग्स को यूरोपियन कलाकारों हैरिसन, डाउलिंग, ग्रेवट और डी. एस. सिंह के द्वारा बनाया गया था, जो भारत के दौरे पर आए थे और लगभग तीन साल 1882 से 1885 तक रूके थे। ब्रिटिश सरकार ने अवध के तालुकदार, अंजुमन को यह शानदार कलाकृतियां भेंट की थी।
इन सभी ऑयल पेंटिग्स के फीचर गजब के हैं, इन्हे देखने पर इस बात से बिल्कुल फर्क नहीं पड़ता है कि आप उसे किस दिशा से देख रहे है, किस नजरिए से देख रहे है, क्योंकि सभी तस्वीरें ऐसी लगती है जैसे आपकी ओर ही देख रही हैं।