गोरिपलायम दरगाह शहर की सबसे बड़ी दरगाह है। यह दरगाह वैगई नदी के उत्तर में स्थित है तथा कहा जाता है कि इसका निर्माण 13 वीं शताब्दी में तिरुमलाई नायक ने किया था। इस दरगाह में दो मुस्लिम संतों और राजाओं की कब्र है जिनके नाम हज़रत सुल्तान अलाउद्दीन तथा ओमान के सुल्तान शमसुद्दीन बादशाह थे।
गुंबद का व्यास 70 फीट का है तथा यह 20 फीट ऊंचा है तथा यह केवल एक पत्थर से बना हुआ है। दरगाह के प्रवेश द्वार के शिलालेख उस काल को बताते हैं जब इसका निर्माण किया गया था। इस दरगाह में मनाया जाने वाला प्रमुख त्योहार वार्षिक उर्स है जो हिजरी कैलेंडर के अनुसार रबी – अल – अव्वल के महीने में मनाया जाता है। इस त्यौहार के दौरान यहाँ अनेक पर्यटक और भक्त आते हैं।