मध्यप्रदेश राज्य के खरगौन जिले में स्थित महेश्वर एक बहुत ही शान्त कस्बा है। यह स्थान विरासत के मामले में बहुत धनी होने के साथ-साथ अपने शानदार हथकरघा वस्त्रों के लिये भी प्रसिद्ध है जिससे यहाँ के पर्यटन को बढ़ावा मिलता है। यह मध्यप्रदेश के सांस्कृतिक रूप से सबसे समृद्ध स्थानों में से एक है।
महेश्वर और इसके आस-पास के पर्यटक स्थल
विरासत में समृद्ध आकर्षण के स्थानों में महेश्वर पर्यटन के विभिन्न विकल्प उपलब्ध रहते हैं। चाहे वे किले हों, घाट हों, महल हों, मन्दिर हों या अन्य आकर्षण हों, पर्यटक भारी संख्या महेश्वर में रूक कर आनन्द लेते हैं। महेश्वर की विरासत की उच्च श्रेणी की अनोखी वास्तुकला से अक्सर पर्यटक आश्चर्यचकित हो जाते हैं।
महेश्वर – दैवीय सम्बन्ध और उत्सव
महेश्वर में भगवान शिव के कई मन्दिर हैं और इस स्थान के नाम का शाब्दिक अर्थ भी “भगवान महेश्वर का घर“ है, महेश भगवान शिव का एक अन्य नाम है। इस शहर में निःसन्देह ही सभी पर्व हर्ष और उल्लास के साथ मनाये जाते हैं। यहाँ मनाये जाने वाले कुछ उत्सवों में महामृत्युञ्जय रथ यात्रा, भगवान गणेश और नवरात्र त्यौहार प्रमुख हैं।
महेश्वर कैसे पहुँचें
इन्दौर से महेश्वर 3 घण्टे की यात्रा करके पहुँचा जा सकता है। मध्यप्रदेश के प्रमुख शहरों से महेश्वर पहुँचने के लिये बसें यात्रा की सुविधाजनक साधन हैं।
महेश्वर आने का सर्वश्रेष्ठ समय
महेश्वर में छुट्टियाँ बिताने का सर्वश्रेष्ठ समय सर्दियों को मौसम है। यहाँ आने पर अपनी संगिनी के लिये मशहूर महेश्वरी साड़ी खरीदना न भूलें।