महेश्वर में स्थित जलेश्वर मन्दिर भगवान शिव को समर्पित एक महत्वपूर्ण मन्दिर है। मन्दिर में स्थापित इष्टदेव की पूजा जल के देवता के रूप में होती है। जलेश्वर मन्दिर को इस तथ्य को स्थापित करने के लिये निर्मित किया गया कि स्वर्ग से गंगा नदी के अवतरित होते समय पृथ्वी पर होने वाले नुकसान से भगवान शिव ने बचाया था।
मन्दिर में एक “लिंगम्” है जो वर्षों से पूजे जाने वाले आराध्य का स्वरूप है। इस मन्दिर में आने पर पर्यटकों के समय का अच्छा सदुपयोग होगा।
उँची लाटों के साथ इसकी वास्तुकला निःसन्देह एक उदाहरण है। यहाँ उपस्थित नक्काशी बहुत ही सुन्दर है। इसकी लटकती हुई तराशी गई बाल्कनियाँ अद्वितीय हैं और मन्दिर को एक बिल्कुल ही अलग रूप प्रदान करती हैं। भक्तों के लिये मन्दिर परिसर के अन्दर जल के देवता भगवान शिव की पूजा हेतु उपयुक्त शान्ति का वातावरण रहता है।