नर्मदा घाट होल्कर राज्य की तत्कालीन शासक महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने 18वीं सदी में बनवाया था। ऐसा विश्वास है कि नर्मदा नदी भारत की सभी पावन नदियों में सबसे पवित्र है। ऐसी भी कहावतें हैं कि जब गंगा नदी अपने आप को मैला महसूस करती है तो वह एक काली गाय के वेश में आकर नर्मदा में अपने आप को साफ करती है।
नर्मदा घाट यहाँ पर पवित्र स्नान के लिये आने वाले भक्तों से भरा रहता है। इस घाट से नदी का स्वरूप देखते ही बनता है। चूँकि यह नदी पूरे राज्य से होकर गुजरती है इसलिये इस नदी को मध्यप्रदेश वासियों के दिलों से अलग नहीं किया जा सकता।
अपने आप में अनोखा होने के साथ ही नर्मदा घाट प्रचीन काल से महेश्वर का पवित्र भाग रहा है। महेश्वर आने वाले पर्यटक इस तथ्य से अवश्य आश्चर्यचकित होते हैं कि नर्मदा में स्नान को भक्ति और पवित्र क्रिया मानने वाले हजारों लोग रोज यहाँ आते हैं।