राजराजेश्वर मन्दिर नर्मदा नदी के शान्त किनारे पर स्थित है। यह भगवान शिव को समर्पित कई मन्दिरों में से एक है। यह मन्दिर अहिलेश्वर मन्दिर के निकट स्थित है। अहिलेश्वर मन्दिर से एक सुन्दर पत्थर लगा रास्ता इस मन्दिर तक आता है। राजराजेश्वर मन्दिर से नर्मदा नदी के घाट पर आप कई शिवलिंगों और नन्दी की मूर्तियों को देख सकते हैं।
इस गौरवशाली मन्दिर के इष्टदेव का आशीर्वाद पाने के लिये हर वर्ष हजारों लोग यहाँ आते हैं। मन्दिर अपने 11 अखण्ड ज्योति दीपकों के लिये प्रसिद्ध है। इन अखण्ड ज्योति दीपकों की यह विशेषता है कि इन्हें बुझने नहीं दिया जाता और इन्हें जलाये रखने के लिये इनमें पर्याप्त घी डाला जाता रहता है।
महेश्वर के अन्य मन्दिरों की भाँति इस मन्दिर की भी दीवारों पर उत्कृष्ठ वास्तुकला के डिजाइन प्रदर्शित हैं। गर्भगृह की छत को बहुमुखी काँच के टुकड़ों से सजाया गया है।