मालमपुझा का रॉक गार्डेन केरल में अपने किस्म का अकेला है तथा भारत में दूसरा है। मालमपुझा बाँध और गार्डेन के निकट स्थित होने के साथ यह जगह अपने अनोखेपन से लोगों को आकर्षित करता है। इस प्रशंसनीय कलाकृति की कल्पना एवं डिज़ाइन प्रसिद्ध मूर्तिकार पद्मश्री नेकचंद सैनी द्वारा किया गया था। नेकचंद सैनी की ही एक और कृति चन्डीगढ़ में स्थित भारत का प्रथम रॉक गार्डेन है जो विश्व विख्यात है।
यह गार्डेन अन्य से अलग इसलिये है क्योंकि इसमें प्रदर्शित चीजें प्लास्टिक की बोतलों और डिब्बों, चूड़ी के टुकड़ों, बिजली के फ्यूज़, विद्युत कुचालक, बर्तनों, टूटी-फूटी टाइलों इत्यादि जैसे कबाड़ द्वारा बनाई गई हैं। पश्चिमी घाट की पहाड़ियों से बहती ठंडी हवायें इसकी सुन्दरता में चार चाँद लगा देते हैं।
सन् 1996 से कार्यरत इस स्थान का प्रबन्धन जिला पर्यटन प्रोत्साहन परिषद करता है। कला प्रमियों के लिये आदर्श यह स्थान अपनी मूलता एवं सृजनात्मकता से पर्यटकों को प्रभावित करता है।