यह मंदिर मनाली में सबसे फेमस जगह है। यह मंदिर एक गुफा में बना हुआ है जो देवी हिडम्बा को समर्पित है। देवी हिडम्बा, हिडम्ब की बहन थी। यह मंदिर हिमालय की तलहटी पर स्थित है जिसके आसपास हरियाली है और ि सडार के जंगल हैं। इस मंदिर का निर्माण 1553 ई. में एक पत्थर में किया गया था।
पत्थर को इस प्रकार काटा गया कि उसका आकर गुफानुमा हो गया। इस पत्थर के अंदर जाकर श्रद्धालु दर्शन कर सकते है और विशेष पूजा का आयोजन कर सकते हैं। कहा जाता है कि राजा ने इस मंदिर को बनवाने के बाद मंदिर बनाने वाले कारीगरों के सीधे हाथों को काट दिया ताकि वह कहीं और ऐसा मंदिर न बना सकें।
यहां पर होने वाली विशेष पूजा को घोर पूजा के नाम से जाना जाता है। यह पूजा मंदिर में ही आयोजित की जाती है। हर साल 14 मई को मंदिर में देवी जी का जन्मदिन मनाया जाता है जिसमें दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं और दर्शन करते हैं।