मनाली में ट्रैकिंग एक साहसिक गतिविधि है। इनमें से कई ट्रैकिंग ट्रैल्स इस प्लेस में लगे हुए सेब के बगीचे, चराई, पवित्र झीलों और छोटी बस्तियों से होकर गुजरते हैं। यहां के मनाली- हम्पता दर्रा, पीन पार्वती दर्रा, सार दर्रा और चंद्रकानी दर्रा ट्रैकिंग के लिए काफी जाने जाते हैं। यहां पर ट्रैकिंग करने के बाद जब पर्यटक पहाड़ पर पहुंचते हैं तो मनाली का सुंदर नजारा उनकी थकान को छूमंतर कर देता है।
व्यास कुंड, बारलचाला, डियो टिब्बा बेस कैम्प और बाल ताल झील आदि भी प्रसिद्ध ट्रैकिंग ट्रैल्स हैं। मनाली से ट्रैकिंग करने के लिए प्रसिद्ध ट्रैक्स मलाना की घाटी है जहां 7 दिन का ट्रैकिंग प्रोग्राम होता है और चंद्रताल से 11 दिन का ट्रैकिंग प्रोग्राम होता है।
जो पर्यटक ऊंचाई वाले स्थलों से एक्साइटेड हो जाते हैं वह हाई एल्टीट्यूड ट्रैक्स से शुरूआत कर सकते है जैसे - शिया गाहरू, टोपको गांगमो, बालू गायरा, चंद्रा ताल झील और छोटा दारा आदि मनाली में ऐसे ही स्थल हैं। यह ट्रैल्स बाताल झील, मारसू, बारालचाला और टोपको योंगमा से होकर गुजरते हैं।
यह ट्रैकिंग ट्रैल्स, ट्रैकर्स को समुद्र स्तर से 4800 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचाता है। मनाली में ट्रैकिंग करने का सबसे अच्छा और सुरक्षित समय जून से अक्टूबर तक का होता है।